वो वक्त मेरे लिए बहुत मुश्किल भरा था,एक वक्त में मुझे दो बड़े काम करने थे, ट्रक में टायर लगाना और टोटल पेपर को अपडेट करवाना जिसमे लगभग 3 लाख रुपये की ज़रूरत थी, मेरे पास उतने रुपये बैलेंस नही थे,और होते भी कहाँ से, 2लाख रुपये क़र्ज़ का ब्याज देना था और हर महीने पापा को 15000 रुपये और 24500 रुपये क़िस्त का देना पड़ता था, अब सोचने वाली बात है के मेरे पास रुपये कहाँ से होंगे ये बात का आजतक मेरी फैमिली को मुझ पर भरोसा नही हुआ,मेरे घर वाले सोचते थे के रुपये इससे भी ज़्यादा बच रहा है इसे पर ये हमलोगों से झूठ बोल रहा है, लेकिन दोस्तों मेरा खुदा जानता होगा, मेरा भगवान जानता होगा के मैं ने कभी अपने घर वालों से झूठ नही कहा,
मैंने जिस ट्रांपोटर से 2 लाख रुपये लेकर अपने पापा को दिए थे, उसी आदमी से मैंने कहा के भाई जैसे भी करके मेरा काम आप कर दो,मैं आपका अहसान रहेगा मुझ पर, जैसे भी करके आप मेरे ट्रक का टायर लगवा दो, और पेपर रिनुअल करवा दो,
इतना बोलने और प्रेस करने पर उसने मेरा काम करवा दिया, अब दोस्तों सोचने वाली बात ये है के उसका मेरे पास पहले के 2 लाख रुपये में 1 लाख अभी भी मेरे पास बाकी था, और फिर इधर मेरे काम का 2 लाख रुपये और उसका मेरे ऊपर क़र्ज़ हो गया दोस्तों, तो पहले का 1 लाख और अभी का 2 लाख टोटल 3 लाख उसका मेरे पास क़र्ज़ होगया,इतना परेशानी और टेंशन मेरे ऊपर है लेकिन किसी को भी मुझ पर थोड़ा भी तरस नही आता था, और न ही मुझ पर कोई विस्वास करता था, मेरे पापा भी नही और नाही मेरे चाचा,लेकिन उनलोगों को ये नही पता था के मैं कितने मुश्किल दौर से गुज़र रहा हूँ, एक तो क़र्ज़ के बोझ तले दबता जा रहा था, और दूसरी तरफ मेरे हाथ मे जो डॉक्टर ने रॉड दिया था, इसकी वजह से वो हाथ में बहुत दर्द रहता था,
इधर पापा का कहना था के मुझे एक बेटी को और शादी करनी है इसलिए मुझे 2 लाख रुपये और चाहिए इसलिए तुम आज से ही जोड़ना शुरू कर दो, और एक तरफ मेरे चाचा जिनका कहना था के मैं कुछ नही जानता ना ही तुम्हारी बहन से मुझे कोई मतलब है और नही उसकी शादी से और ना ही तुम्हारे परिवार से, मुझे वक्त पर ट्रक क़िस्त चाहिए वरना मैं अपना ट्रक तुमसे वापस लेलूँगा, औऱ इधर मेरी तीन बहन और थी शादी करने के लिए मेरे पापा का कहना था सभी बहन की तुमको शादी करना है, नही तो मैं तुम्हे जान से मार दूंगा,
अब आगे पार्ट 13 में ,,,,,
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